B.A. (Part 2) EXAMINATION, 2018
(New Course)
HINDI LITERATURE
Paper Second
(हिन्दी कथा साहित्य)
Time : Three Hours Maximum Marks : 50
नोट : सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश : अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हों तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाएँ।
खण्ड - अ
(लघु उत्तरीय प्रश्न)
नोट : निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अधिलतम 100 शब्दों में लिखिए। प्रत्येक प्रश्न 3 अंकों का है।
1. (A) प्रेमचन्द्र की स्त्री विषयक धारणा पर प्रकाश डालिए।
(B) दीपा का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(C) चित्रलेखा में वर्णित समस्याओं पर प्रकाश डालिए।
(D) उपन्यासकार के रूप में श्रीलाल शुक्ल का मूल्यांकन कीजिए।
(E) जयशंकर प्रसाद की ऐतिहासिक कहानियों का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
(F) ' राजा निसबंसिया ' के कथानायक की चरित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
खण्ड - ब
( व्याख्यात्मक प्रश्न )
2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो की सन्दर्भ और प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए : प्रत्येक 8
(क) गत जीवन को फिर नहीं अपना सकती, कैसी मूर्खता की बात कर रहे हो ?मैं आगे बढ़ आई हूँ, पीछे जाने के लिए नहीं। पीछे जाना कायरता है, प्राकृतिक नियमों के प्रतिकूल है।
(ख) दुःख मनुष्य को मांजता है। बात कुल इतनी ही नहीं है। सच तो यह है कि दुःख मनुष्य को पहले फींचता है फिर फींचकर निचोड़ता है, फिर निचोड़कर उसके चेहरे को घूग्घू जैसा बनाकर उस पर दो चार काली सफेद लकीरें खींच देता है। फिर उसे सड़क पर लम्बे-लम्बे डगों से टहलने के लिए छोड़ देता है। दुःख इन्सान के साथ यही करता है।
(ग) वह क्यों नहीं समझता कि आज हमारी भावुकता यथार्थ में बदल गई है, जिसका आधार पाकर वह अधिक गहरा हो गया है, स्थायी हो गया है।
(घ) उन्होंने अपनी मैली चीकट धोती के कोने से आँख की कोर में जमा कीचड़ पौंछा और एक लम्बी साँस ली। रूपये सुदीप को लौटा दिए। उनके चेहरे पर पीड़ा का खण्डहर उग आया था। जिसकी दीवारों से ईंट, पत्थर और सीमेंट भुरभुराकर गिरने लगे थे।
खण्ड - स
( दीर्घ उत्तरीय प्रश्न )
नोट : निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए। प्रत्येक प्रश्न 8 अंकों का है।
3. ' चित्रलेखा ' उपन्यास के आधार पर उपन्यास की नायिका की चरित्रगत विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
4. ' रागदरबारी ' उपन्यास में नाम की सार्थकता पर प्रकाश डालिए।
5. ' चीफ की दावत ' कहानी की विषयवस्तु की समीक्षा कीजिए।
6. ' गुण्डा ' कहानी चरित्र प्रधान कहानी है। युक्तियुक्त विवेचना कीजिए।
Time : Three Hours Maximum Marks : 50
नोट : सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
निर्देश : अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें। यदि किसी प्रश्न के कई भाग हों तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाएँ।
खण्ड - अ
(लघु उत्तरीय प्रश्न)
नोट : निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अधिलतम 100 शब्दों में लिखिए। प्रत्येक प्रश्न 3 अंकों का है।
1. (A) प्रेमचन्द्र की स्त्री विषयक धारणा पर प्रकाश डालिए।
(B) दीपा का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(C) चित्रलेखा में वर्णित समस्याओं पर प्रकाश डालिए।
(D) उपन्यासकार के रूप में श्रीलाल शुक्ल का मूल्यांकन कीजिए।
(E) जयशंकर प्रसाद की ऐतिहासिक कहानियों का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
(F) ' राजा निसबंसिया ' के कथानायक की चरित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
खण्ड - ब
( व्याख्यात्मक प्रश्न )
2. निम्नलिखित में से किन्हीं दो की सन्दर्भ और प्रसंग सहित व्याख्या कीजिए : प्रत्येक 8
(क) गत जीवन को फिर नहीं अपना सकती, कैसी मूर्खता की बात कर रहे हो ?मैं आगे बढ़ आई हूँ, पीछे जाने के लिए नहीं। पीछे जाना कायरता है, प्राकृतिक नियमों के प्रतिकूल है।
(ख) दुःख मनुष्य को मांजता है। बात कुल इतनी ही नहीं है। सच तो यह है कि दुःख मनुष्य को पहले फींचता है फिर फींचकर निचोड़ता है, फिर निचोड़कर उसके चेहरे को घूग्घू जैसा बनाकर उस पर दो चार काली सफेद लकीरें खींच देता है। फिर उसे सड़क पर लम्बे-लम्बे डगों से टहलने के लिए छोड़ देता है। दुःख इन्सान के साथ यही करता है।
(ग) वह क्यों नहीं समझता कि आज हमारी भावुकता यथार्थ में बदल गई है, जिसका आधार पाकर वह अधिक गहरा हो गया है, स्थायी हो गया है।
(घ) उन्होंने अपनी मैली चीकट धोती के कोने से आँख की कोर में जमा कीचड़ पौंछा और एक लम्बी साँस ली। रूपये सुदीप को लौटा दिए। उनके चेहरे पर पीड़ा का खण्डहर उग आया था। जिसकी दीवारों से ईंट, पत्थर और सीमेंट भुरभुराकर गिरने लगे थे।
खण्ड - स
( दीर्घ उत्तरीय प्रश्न )
नोट : निम्नलिखित में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए। प्रत्येक प्रश्न 8 अंकों का है।
3. ' चित्रलेखा ' उपन्यास के आधार पर उपन्यास की नायिका की चरित्रगत विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
4. ' रागदरबारी ' उपन्यास में नाम की सार्थकता पर प्रकाश डालिए।
5. ' चीफ की दावत ' कहानी की विषयवस्तु की समीक्षा कीजिए।
6. ' गुण्डा ' कहानी चरित्र प्रधान कहानी है। युक्तियुक्त विवेचना कीजिए।
Bhai bro bahut din se iski book ki pdf nahi mil rhi net par
ReplyDeleteBhai 2017 ki PDF bej
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