मातू भारती वीणा लेकर मन मानस में आओ
कोमल कान्त पदावलियों में सरस भाव ऊपजाओ
कुन्द हिन्दु हिम सरस धवल है वीणा वादिनी आओ
श्वेत पद्म धारण पुस्तक ले स्वर्गिक गान सुनाओ
ब्रह्मा सुत संकट के हित है श्वेत पद्म आसीन भरो
भारत के जन - जन में मा तुम अन्धकार को दूर करो
वाल्मीक, तुलसी, कबीर को फिर से माँ उपजाओ
मातू भारती वीणा लेकर मन मानस में आओ।
By - S.S.Bhadouria
कोमल कान्त पदावलियों में सरस भाव ऊपजाओ
कुन्द हिन्दु हिम सरस धवल है वीणा वादिनी आओ
श्वेत पद्म धारण पुस्तक ले स्वर्गिक गान सुनाओ
ब्रह्मा सुत संकट के हित है श्वेत पद्म आसीन भरो
भारत के जन - जन में मा तुम अन्धकार को दूर करो
वाल्मीक, तुलसी, कबीर को फिर से माँ उपजाओ
मातू भारती वीणा लेकर मन मानस में आओ।
By - S.S.Bhadouria
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