सूरज दादा
सूरज दादा - सूरज दादा
मेरे प्यारे सूरज दादा
आओ तुम्हे बुलाते दादा
सबके मन को भाते दादा
तुम न आओगे गर तो
हम बच्चों का क्या होगा
अन्धकार में फँसे रहे
हाल बुरा सबका होगा
बिना तुम्हारे नहीं चलेगी
इस वसुन्धरा की कोई चाल
तुम न आओगे गर तो
हो जायेगी धरा बेहाल
पौधे-पेड़ सभी मुरझायें
अन्न कहाँ पैदा होगा
जन जीवन का हाल बुरा
दादा मेरे मेरा क्या होगा
दादा मेरे मेरा क्या होगा
क्या होगा मेरा क्या होगा
हाल सभी का क्या होगा
सूरज दादा - सूरज दादा
मेरे प्यारे सूरज दादा।
By - S.S.Bhadouria
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