Monday, 3 December 2018

कविता जल ही जीवन / हिन्दी कविता / Hindi Poem on Water is Life / jl hi jivn kvita

 जल ही जीवन  

जल ही जीवन हम सब का 
जल को समझो अपना 
जल न बचेगा अगर तो  
टूट जायेगा जीवन का सपना 
जल न बचेगा जिस दिन धरा पे 
क्या होगा जीवन का 
त्राहि-त्राहि मच जायेगी जीवन में 
जीवन बन जायेगा सपना 
इसीलिए कहती हूँ सबसे 
जल को समझो अपना 
जल ही जीवन हम सब का है 
जल को समझो अपना 
जल को समझो अपना 
अगर है जीवन पाना 
जल न मिला तो 
नहीं चलेगा कोई बहाना अपना 
जल को समझो अपना। 
By - S.S.Bhadouria       

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