होली गीत
कोयलिया सगुन बिचारव कोई
मेरे अमवा की लचपच डाल ,कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
भला पहिली लेवउनी ससुर जी आये पहिली लेवउनी मा ससुरा हो ,
अब ससुरा लउटी घर जाये रे।
कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
अब दूसरी लेवउनी जेठ जी आये दूसरी लेवउनी मा जेठा हो ,
अब जेठा लउटी घर जाये रे।
कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
अब तिसरी लेवउनी देवर जी आये तिसरी लेवउनी मा देवर हो ,
अब देवरा लउटी घर जाये रे।
कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
अब चौथी लेवउनी साजन मेरे आये चौथी लेवउनी ,
अब साजन के संग चली जाव।
कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
सखियाँ सहेली सब मिली आयी सखियाँ सहेली सब आयी ,
अब उनसे मिली के जान।
कोयलिया सगुन बिचारव कोई आवत है ...
By - S.S.Bhadouria
👍
ReplyDelete