कीर्तन
बड़ी देर भई नन्दलाला
बड़ी देर भई नन्दलाला
तेरी राह तके वृजवाला ...
तेरी राह तके वृजवाला ...
ग्वाल वाल एक एक से पूछू
कहा है मुरली वाला ...
बड़ी देर भई नन्दलाला
तेरी राह तके वृजवाला ...
कोई न जाये कुँज गली में
तुम बिन कलियाँ चुनने को ...
तरस रहे है यमुना के तट
घुन मुरली की सुनने को ...
अब दरस दिखाजा रे नटखट
क्यों करता परेशान रे ...
बड़ी देर भई नन्दलाला
तेरी राह तके वृजवाला ...
संकट में है अब माँ धरती
जिसमे तूने जनम लिया ...
पूरा कर दे बचन आज के
गीता में जो तूने दिया ...
कोई नहीं है तुम बिन मोहन
भारत का रखवाला रे ...
बड़ी देर भई नन्दलाला
तेरी राह तके वृजवाला ...
बड़ी देर भई नन्दलाला
तेरी राह तके वृजवाला .....
By - S.S.Bhadouria
Beautiful song 😍
ReplyDelete