कीर्तन
मुझे बंशी की तान सुना जा क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे
मुझे बंशी की तान सुना जा
क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे ...
मुझे बंशी की तान सुना जा
क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे ...
यमुना में जाइके छेडा क्यों
चीर चुराया छुपे - छुपे ...
मुझे बंशी की तान सुना जा
क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे ...
कभी गोकुल जाइ के छेडा
क्यों दइठा खाये रती - रती ...
मुझे बंशी की तान सुना जा
क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे ...
कभी पनघट जाई के छेडा
क्यों गागर फोड़ी रत्ती - रत्ती ...
मुझे बंशी की तान सुना जा
क्यों देखे कृष्णा खडे - खडे ...
By - S.S.Bhadouria
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