कीर्तन
सदा शिव के चरणों में आये हुए है
सदा शिव के चरणों में आये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है कैलाश पर्वत
उसी में वह धूनी रमाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है बालो का जुड़ा
उसी में वो गंगा बहाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बनी कैसी सुंदर है मृग की छाला
उसी में वो आसन लगाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है सर्पों का माला
उसी को जनेऊ बनाये हुए है
सदा शिव के चरणों में आये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है।
By - S.S.Bhadouria
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है कैलाश पर्वत
उसी में वह धूनी रमाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है बालो का जुड़ा
उसी में वो गंगा बहाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बनी कैसी सुंदर है मृग की छाला
उसी में वो आसन लगाये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है ...
बना कैसा सुंदर है सर्पों का माला
उसी को जनेऊ बनाये हुए है
सदा शिव के चरणों में आये हुए है
करो नाथ रक्षा सताये हुए है।
By - S.S.Bhadouria
Jai ho
ReplyDeleteShiv Ji ki
Jai Ho
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