कीर्तन
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
जहर का प्याला राणा जी ने भेजा पीने से अमृत हो कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
सर्प पिटारा राणा जी ने भेजा खोलो तो दर्शन होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
जहर का प्याला राणा जी ने भेजा पीने से अमृत हो कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
सर्प पिटारा राणा जी ने भेजा खोलो तो दर्शन होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
बिच्छू की सेजा राणा जी ने भेजा सोने से फूलवा होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
मीरा फिरती दर्द की मारी दर्द न पूछे कोय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
मीरा जी का दर्द जबै इर होय बैद बनवारी होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
बाला पन की चटक चुनरिया फटे न मैली होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
ओठ चुनरिया मीरा जी ने नाचा लाज सरम दिया खोय।
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
मीरा फिरती दर्द की मारी दर्द न पूछे कोय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
मीरा जी का दर्द जबै इर होय बैद बनवारी होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
बाला पन की चटक चुनरिया फटे न मैली होय कि
मीरा तुमने नैना गवाँय दिया रोये रोये
ओठ चुनरिया मीरा जी ने नाचा लाज सरम दिया खोय।
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