सावन गीत
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया
चमके सूरातिया हमार बलम जी तुम्हारी अटरिया
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया ...
लह -लह लहरे हरि सुख मह -मह महकेला रूप तेरा
छलिया हुलसे ला जियरा हमार बदरवा झुकी
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया ...
चमकत देइहा झीने अचखा मा
चमके सुरतिया खिल गयो मोर शृंगार बदखा झुकी
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया ...
पचरंग चुनरी मा पचरंग देइहा
जनम -जनम रहे तेरी मेरी नेइहाँ
अंग -अंग आई बहार बलम जी बरसत बदरिया रिम -झिम
रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया
चमके सूरातिया हमार बलम जी तुम्हारी अटरिया ...
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