Thursday, 24 February 2022

आयी बरखा बहार पड़े अँगना फूहार, सावन गीत, Savan song, Aayi brkha bhar pde angna phuhar

 

 सावन गीत  

  आयी बरखा बहार पड़े अँगना फूहार  


आयी बरखा बहार पड़े अँगना फूहार 
सइयाँ आके गले लगजा 
एक तो बरखा आग लगायें 
दूजे चले पुरवाईया 
फिर तो भी सताए
जिया लहेरा के रह जाये 
आयी बरखा बहार पड़े अँगना फूहार 
लागे जिया के कोई न तू 
है डर ना इजे पास ना 
 सूझे तेरे बिन क्या देखु सजनी
तू ही डोलेगा मन के अंगना 
बजे चुपके चुपके बजे चुपके चुपके कंगना 
आयी बरखा बहार पड़े अँगना फूहार 
सइयाँ आके गले लगजा।। 


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