सावन गीत
कउने महीना मा लगन जोर है कउने मा कसमस होई
कउने महीना मा लगन जोर है कउने मा कसमस होई
कउने महीना मा मेघ बरसीगे कउने माघ लैहै हिंडोला
बइसाख महीना मा लगन जोर है जेठ मा कसमस होई
असठ महीना में मेघ बरसीगे सावन धले है हिंडोला
कउने महीना मा जल घहराने कउने मा पितरन पानी
कउने महीना मा डयाली जलती है कउने मा गउने की चाला
भादो महीना मा जल घहराने कवार मा पितरन पानी
कार्तिक महीना मा डयाली जलती है अगहन मा गउने की चाला
कउने महीना मा पाला पड़ती है कउने मा आम बउड़ाने
कउने महीना मा रंग उड़ती है कउने राम अवतारा
पूश महीना मा पाला पड़ती है माघ में आम बउडाने फागुण महीना मा रंग उड़ती है चैत राम अवतारा
कउने महीना मा लगन जोर है कउने मा कसमस होई
कउने महीना मा मेघ बरसीगे कउने माघ लैहै
Read more :-
- नन्ही नन्ही बुँदियारे सावन का मेरा झूलन
- सावन गरजे भादव बरसे पवन चले पुरवाई रे
- हरे रामा कृष्ण बने मनिहारी ओढ़ लयी सारी रे हारी
- कि अरे रामा नीचे बहे दरियाव ऊपर चले गाड़ी रे हारी
- कि अरे रामा आये न बिरन हमार कोन विधि जइबे रे हारी
- कि हरे रामा झूला पड़ा है सरकारी झुलावै राधा प्यारी रे हारी
- बिना गुरु का चेला फिरे है अकेला रे हारी
- रिमझिम पड़े फुहार बदरिया झुकी आयी गोरिया
- अबकी सजन सावन में आग लगेगी ये बदन में
- रिमझिम के तराने लेके आयी बरसात
- खुली हवा में डोले आज मेरा मन
- परदेश गये है सवरिया
- पहने कुसुम रंग साड़ी पिया को लगे प्यारी रे हारी
No comments:
Post a Comment